लेखनी प्रतियोगिता -24-Oct-2022 दिवाली
विषय-दिवाली
दिवाली आई दिवाली आई,
खुशियां संग में लाई,
बच्चे बड़ों का मन हर्षायी,
सभी जगह आतिशबाजी छाई।
छोटे बड़ों का है त्यौहार,
चारों तरफ खुशियों की बौछार,
चारों तरफ है झिलमिलहट,
जगमगा रहा हमारा भारत।
मां बनाती पकवान,
बहन रंगोली बनाकर सजाती द्वार,
भाई लगाता बंदरवार,
पापा लाते मिठाई का भंडार।
जब आती धनतेरस,
लक्ष्मी का करते पूजन,
संग में विराजते विष्णु गणेश,
लगाते हैं भोग खील पताशे।
मची है बाजारों में धूम,
रंग-बिरंगे कपड़ों के रूप,
बाजार ऐसे सजे जैसे दुल्हन,
देख कर मन हो रहा विभूर।
सब ने पहने नए नए कपड़े,
कोई पहने कुर्ता पजामा,
कोई पहने लहंगा,
सभी देखने चलें दुनिया का नजारा।
कहीं पर दीपों की कतार,
कहीं पर लड़ियो की बहार,
कहीं पर पटाखों की आवाज,
चारों तरफ है दिवाली की धूमधाम।
लेखिका
प्रियंका भूतड़ा
Shashank मणि Yadava 'सनम'
25-Oct-2022 08:29 PM
बहुत ही सुंदर सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ
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Raziya bano
25-Oct-2022 10:27 AM
Bahut khub
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Sachin dev
25-Oct-2022 09:42 AM
Nice 👌
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